नाचो
गाओ सब साधक समुदाय, आज
गुरुदेव जन्मदिन पुनिआय।
हम सब की उमर इन्हें लग जाय, युग
युग जीयें ऐसे साधना कराय।
पुण्य
पुंज से ही सब नर तनु पाय, पुनि
पुण्य पुंज से ही सद्गुरु पाय।
पुण्य
पुंज ही तो उर श्रद्धा उपजाय, सच्ची
श्रद्धा ही तो सच्ची साधना कराय।
मन ते
तो हरि गुरु स्मरण कराय, तन धन
ते जो बने सेवा भी कराय।
भुक्ति
मुक्ति डाकिनी को मुँह न लगाय, माँगो
दिव्य प्रेम नित्य सेवा बलभाय।
अश्रु
निष्काम मन शुद्ध कराय, तब दें ‘कृपालु’ गुरु प्रेम बलभाय।